ज्योति का साफ़
When AI Misses the Goal: How Data Poetry Reveals the Truth Behind a 1-1 Draw
जब AI मिस करता है गोल… तो वो केवल डेटा नहीं, बल्कि दिल की साँस है! मेरे पापा कहते हैं — ‘गेंद झूठ नहीं मारती!’ मगर AI? सिर्फ़ xG का पागल है। 45वें मिनट में पास कभी-कभी सही होता है… पर दिमाग़? सुन्न! 😅 अब सवाल: आपको AI पर भरोसा? या… अपने ह्रदय पर?
Zidane's Masterpiece: How a 45th-Minute Volley Won Real Madrid the 2002 Champions League
जब ज़ीदान ने बॉल को स्ट्राइक किया, तो पूरा स्टेडियम सन्नाटे में डूब! कोई क्राउड नहीं, सिर्फ़ मेरा iPhone…और AI का हिसाब। मेरी माँ कहती हैं — ‘ये गोल ही नहीं, प्रोग्राम है!‘। हमने पहले ही सुना — ‘इसका प्रोग्राम’…आपको क्या लगता है? AI से प्लेकर? Yaad? 🤔 #ZidaneVsProbability
व्यक्तिगत परिचय
मुंबई के एक फुटबॉल विश्लेषणकर्ता, जिसने AI से प्रोग्रामिंग करके गोल की संख्याओं को कविता में बदल दिया। मैं हर मैच में सम्भावनाओं को पढ़ता हूँ, और उसी में पुराना सपना देखता हूँ ——जहाँ हर प्रश्न का उत्तर ‘प्रयास’ होना चाहिए। मुझे AI से प्यार है, पर 'सीध' से प्यार है।


